जीने के लिए
ज़िन्दगी में दर्द भी
चाहिए
मर मर कर भी जीना
चाहिए
लाख उम्मीदें टूटें
उम्मीद
फिर भी रखनी चाहिए
ग़मों को सहना सीखना
चाहिए
अश्क कई बार बहेंगे
हर बार पोंछ कर
आगे बढना चाहिए
जीत के लिए कभी
हार भी होनी चाहिए
रोना हो तो
अकेले में रोना चाहिए
दिखाने को निरंतर हँसना
चाहिए
जो भी प्यार से गले मिले
गले लगाना चाहिए
दुश्मन को भी दोस्त
समझना चाहिए
जीने के लिए
ज़िन्दगी में दर्द भी
चाहिए
डा.राजेंद्र तेला,"निरंतर"
(डा. राजेंद्र तेला निरंतर पेशे से दन्त चिकित्सक हैं। कॉमन कॉज सोसाइटी, अजमेर के अध्यक्ष एवं कई अन्य संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। समाज और व्यक्तियों में व्याप्त दोहरेपन ने हमेशा से उन्हें कचोटा है । अपने विचारों, अनुभवों और जीवन को करीब से देखने से उत्पन्न मिश्रण को कलम द्वारा कागज पर उकेरने का प्रयास करते हैं। गत 1 अगस्त 2010 से लिखना प्रारंभ किया है।) उनका संपर्क सूत्र है:-
rajtelav@gmail.com
www.nirantarajmer.com
www.nirantarkahraha.blogspot.com
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