ऐ दोस्त मुझे
तेरे दोस्ती पर हमेशा
नाज़ रहेगा
तेरे साथ गुजारा वक़्त
कभी ना भूलेगा
तुझे याद रहे ना रहे
मुझे निरंतर याद रहेगा
तुझ पर यकीन बरकरार
रहेगा
तेरा कहा एक एक लफ्ज़
मेरे जहन में रहेगा
तेरी मोहब्बत का अहसास
दिल में बसा रहेगा
तेरी रुसवाई से आँखों से
बहना नहीं रुकेगा
अब मुस्कराना मुमकिन
ना होगा
तेरे बगैर जीना
मौत से गले लगाना होगा
मेरे हमनशीं तेरी दोस्ती पर
मुझे हमेशा गुमाँ रहेगा
मरने के बाद भी दिल तुझे
याद करता रहेगा
ऐ दोस्त ...........
इससे ज्यादा निरंतर कुछ
कह ना सकेगा
डा.राजेंद्र तेला,"निरंतर"
(डा. राजेंद्र तेला निरंतर पेशे से दन्त चिकित्सक हैं। कॉमन कॉज सोसाइटी, अजमेर के अध्यक्ष एवं कई अन्य संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। समाज और व्यक्तियों में व्याप्त दोहरेपन ने हमेशा से उन्हें कचोटा है । अपने विचारों, अनुभवों और जीवन को करीब से देखने से उत्पन्न मिश्रण को कलम द्वारा कागज पर उकेरने का प्रयास करते हैं। गत 1 अगस्त 2010 से लिखना प्रारंभ किया है।) उनका संपर्क सूत्र है:-
rajtelav@gmail.com
www.nirantarajmer.com
www.nirantarkahraha.blogspot.com
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